Berang Zindagi
“बिटिया के जाने के बाद बहुत सारे शब्द है जो अब सुनने को नही मिलते...जैसे : ओए PP , अबे मोटे और कभी पापा...बिटिया का हमको छोड़कर जाना एक अजीब प्रलयकारी घटना है...एकदम मेरे चिपक कर सोती थी , मुझसे आख़री रात भी चिपक कर सोई थी...अंतिम सांस भी मेरा हाथ थामे लिया था...बाते बहुत है मेरी सोना बच्चा की..पर न बोल पाता हूं न अब स्याही है उतनी के उसका प्यार और दर्द लिखू...!!”
- Paperback: 204 pages
- Publisher: White Falcon Publishing; 1 edition (August 2025)
- Author: Pranjal Kashikeay
- ISBN-13: 9788199082991
- Product Dimensions: 5 x 8 inch
Indian Edition available on:
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